Posts

Showing posts from September, 2017

इस कारण धौलछीनावासियों ने किया रामलीला कराने से इंकार.......

धौलछीना में इस बार आयोजित नहीं होगी रामलीला धौलछीना में इस बार आयोजित नहीं होगी रामलीला रामलीला मंचन में सहयोग देने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों का उत्पीड़न का आरोप आयोजकों ने की जनप्रतिनिधियों और सरकार के रवैये की कड़ी निंदा धौलछीना में दीपावली के नवरात्र में रामलीला की गूंज नहीं सुनाई देगा.. की रामलीला कमेटी ने इस बार रामलीला नहीं कराने का निर्णय लिया है। कमेटी ने रामलीला में सहयोग करने वाले सरकारी और गैरसरकारी कर्मचारियों को राजनीति का शिकार बनाने की साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि रामलीला में सहयोग देने वाले कर्मचारियों का उत्पीड़न करना निंदनीय है और सालों से चल रही रामलीला को अकारण राजनीति का शिकार बनाया गया। इसके चलते इस बार कमेटी रामलीला मंचन नहीं कराएगी।   पीडब्लूडी गेस्ट हाउस धौलछीना में हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि  रामलीला में सहयोग देने वाले शिक्षक उमेश मनराल का इस मुददे पर उत्पीड़न किया जाना निंदनीय है। वक्ताओं ने कहा कि शिक्षक उमेश मनराल रामलीला का निर्देशन करते हैं लेकिन इसे मुददा बनाकर उनका स्थानांतरण के लिए पत्र लिखा गया है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है

गौरा व प्रद्युम्न को मिले न्याय...

अल्मोड़ा।  बैगलोर में मारी गयी पत्रकार गौरी लंकेश और गुरूग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युम्न के हत्यारों को कड़ी सजा दिये जाने की मांग को लेकर आज महिला कांग्रेस ने कैंडल मार्च निकाला। इस मौके पर नेत्रियों ने कहा कि आज देश में अराजकता का माहौल बना हुआ है और जिस तरह से निर्भीक पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की गयी उससे साफ तौर पर लगता है कि भाजपा और इससे जुड़े लोग अपनी आलोचना तक बर्दाश्त नही कर पा रहे हैं। उन्होंने गौरी लंकेश के हत्यारों को पकड़कर कड़ी सजा देने की मांग की। नेत्रियों ने गुरूग्राम के छात्र प्रद्युम्न के हत्यारे को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। कैंडल मार्च में शामिल महिला कांग्रेस कार्यकत्रियों ने मौन जुलूस निकालकर प्रद्युम्न और गौरी लंकेश को अपनी श्रद्वांजलि दी। जुलूस चैघानपाटा से केएमओ स्टेशन, रोडवेज स्टेशन, जीजीआईसी तिराहा, शिखर तिराहा होते हुए शिखर तिराहे के समीप शहीद पार्क पहंुचा, जहां पर दो मिनट का मौन रखकर गौरी लंकेश और प्रद्युम्न की आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना की गयी। जूलूस में शामिल महिलायें गौरी लंकेश और प्रद्युम्न के हत्यारों को सजा दिलाने की मांग

युवती पर झपटा गुलदार ..मां कूदी बचाने फिर यह हुआ.......

Image
अल्बामोड़ा- बाड़े छीना के पास बमनतिलाडी गांव में लेपर्ड तेंदुआ द्वारा 17 वर्षीय नमिता भट्ट पर प्राणघातक हमला कर दिया नमिता भट्ट अपनी मां के साथ खेत में बडवे की निराई कर रही थी उसी बीच घात लगाए तेंदुए ने नमिता को बुरी तरह घायल कर दिया जिस पर उसकी मां द्वारा तेदुवे से संघर्ष करने के बाद किसी तरह बचा लिया गया घायल नमिता को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाड़े छीना लाया गया प्राथमिक उपचार के बाद घायल को ब्लाक प्रमुख  हरीश बनवाला द्वारा  घायल को बेस चिकित्सालय अल्मोड़ा लाया गया जिसका उपचार कराया जा रहा है उप जिलाधिकारी अल्मोड़ा ने घटना की सूचना वन विभाग अल्मोड़ा को मुआवजे हेतु कार्रवाई के निर्देश दिए क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता दीपक भट्ट ने गांव में दहशत का माहौल को देखते हुए पिंजड़ा लगाने की मांग की इधर लोगों ने गांव में पीएमजीएसवाई द्वारा बनाई गई सड़क बरसात से बंद होने के कारण घायल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पैदल 5 किलोमीटर  पैदल आना पड़ा जिस से ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ नाराजी देखी गई

अल्मोड़ा के 23 गांव शामिल होंगे नगर पालिका में....

अल्मोड़ा। नगर पालिका परिषद के सीमा विस्तार को लेकर प्रस्तावित गांवों की सूची शासन स्तर पर जारी कर दी गयी है। जिसके बाद कुल 23 गांवों का 1082.129 हेक्टियर क्षेत्रफल और 17 हजार से अधिक की आबादी पालिका में शामिल हो सकती है। हालांकि सीमा विस्तार की प्रक्रिया कैबिनेट स्तर पर चल रही है और इस पर कोई फैसला लेने से पूर्व आपत्ति भी मांगी जानी है। यह कई चरणों की प्रक्रिया होगी, जिसमें समय लग सकता है। ध्यान देने की बात यह है कि इन गांवों की आबादी काफी समय से पालिका क्षेत्र में शामिल होने का विरोध कर रही है और उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि अगर शासन स्तर पर उन्हें जबरन पालिका में शामिल किया गया तो वह आर-पार का संघर्ष शुरू कर देंगे। शासन से जारी पालिका सीमा विस्तार की सूची के अंतर्गत अल्मोड़ा नगर पालिका क्षेत्र के सीमा विस्तार में पपरशैली, ठाठ बंगला, एनटीडी, गोलनाकरड़िया, फलसीमा, बख, सरसों, दुगालखोला, खगमराकोट, धड़सीमी, खत्याड़ी, सरकार की आली, भनार, रैलापाली, नैणीकमस्यार, अथरबाड़ी, सुनारखोला, तालड़बाड़ी, शैलगूंठ, बरसीमी (लोधिया), सिकुड़ा, सिमकुकुड़ी व रैला तिवाड़ी शामिल हैं। सूची में कहा गया है कि 17703 की जन

एेसे शिक्षक को सलाम...

गांव में स्कूल खोल नजीर बने हीरा बल्लभ जोशी शिक्षक रहते हुए गांव में 1964 में खोला स्कूल 1989 में हुआ स्कूल का राजकीयकरण स्कूल में पढ़ अनेक छात्र है अच्छे पदों पर अल्मोड़ा। हमारे संवाददाता गांव में स्कूल खोल नजीर बने है हीरा बल्लभ जोशी। सैंज गांव निवासी हीरा बल्लभ जोशी ने मुक्तेश्वर में शिक्षण कार्य करते हुए अपने गांव के बच्चों के लिए शिक्षा की महत्ता को समझते हुए 1964 में एक विद्यालय की स्थापना की। इस विद्यालय के लिए अपनी जमीन और ग्रामीणों से सहयोग लकर स्कूल बनाया।  लमगड़ा ब्लाक के चौड़ा आनुली में हीरा बल्लभ जोशी ने 1964 में जिस माध्यमिक स्कूल का निमार्ण कराया वो वर्तमान में इंटर कालेज हो गया है। श्री जोशी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुक्तेश्वर में शिक्षक के पद पर नियुक्त हुए उस समय उनका वेतन मात्र 157-200 रुपया था। ऐसी स्थिति में भी उन्होंने अपनी स्वयं की भूमि व अन्य परिवारों की भूमि को दानकर स्वयं के धन से एक कक्ष का निमार्ण करवाया। कक्ष बनने के बाद उसमें माध्यमिक कक्षाओं का संचालन किया। विद्यालय को मान्यता दिलाने के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ कुछ शिक्षकों के विरोध के बाद

सल्ट के शहीदों के बहाने.....

Image
सल्ट को उनके महान त्याग और बलिदान के आधार पर कुमाऊॅ की बारदोली की संज्ञा दिलवाना समस्त सल्ट निवासियों की सुसंगठित एवं सुदृढ़ शक्ति का परिणाम है भारत माता को स्वतन्त्र कराने के लिए देश में सर्वत्र बलिदान एवं आहुतियाॅ हुई पर इतिहास प्रसिद्व बारदोली इसी क्षेत्र को कहा गया यह बात प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज खुमाड़, सल्ट में शहीदों को श्रद्वांजली देते हुए कही। मा0 मुख्य मंत्री ने कहा कि देश की आजादी में हमारे शहीदों का अभूतपूर्व योगदान है जिसे भुलाया नही जा सकता है। इस अवसर पर मा0 मुख्यमंत्री को देवेन्द्र उपाध्यय के अनुज व सल्ट के विधायक सुरेन्द्र सिंह जीना ने कुमाऊ की बारडोली नामक एक पुस्तक उन्हें भेंट की। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, विधायक सुरेन्द्र जीना, अनिल शाही, गोविन्द पिल्खवाल सहित अन्य लोग थे। कार्यक्रम का संचालन मदन सिंह भण्डारी ने किया।  मा0 मुख्यमंत्री ने कहा कि 1942 की जनक्रान्ति का व्यापक असर पूरे देश के साथ सल्ट में भी पड़ा। सल्ट के कार्यकर्ताओं ने सभाओं द्वारा सरकार की नीति की निन्दा करते
Image
भारी बारिष पर भारी पड़ा आस्था का उल्लास बेटी की तरह विदा हुई मां नंदा सुनंदा हजारों लोगों ने दी मां की डोली को दी विदाई अल्मोड़ा। जनपद में हुई तेज बारिष भी आस्था के उल्लास को डिगा नहीं पाई। हजारों की तादाद में मां नंदा सुंनंदा को विदाई देने आए श्रद्धालुओं ने बेटी की तरह मां नंदा सुनंदा को विदा किया। माॅ के जयकारें के साथ देर सांय नंदादेवी प्रांगण से मां नंदा सुनंदा की प्रतिमाओं का डोला पारम्परिक ढंग से मंत्रोच्चार के बीच उठाया गया। जो एलआरसाह मार्ग होते हुए माल रोड और जिलाअस्पताल से मुख्य बाजार, कचहरी बाजार, थाना बाजार होते हुए दुगालखोला को रवाना हुआ जहां नौले में इन प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।  निर्धारित समय पर राजवंषज पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा, केन्द्रीय राज्य मंत्री अजय टमटा, डिप्टी स्पीकर रघुनाथ सिंह चैहान, पूर्व विधायक केलाश शर्मा, मनोज तिवारी, पालिकाध्यक्ष प्रकाश जोशी, मंदिर कमेटी के मनोज सनवाल, मनोज वर्मा, हरीश बिष्ट, जीवन नाथ वर्मा, तारा चंद्र जोशी, तुषार कांत साह, रमेश बहुगुणा, ललित लटवाल, संजय साह, धनंजय साह, बिटटू कर्नाटक, हेम तिवारी, राजू बिष्ट सहित हजारो भक्तों